गत
14 जून को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की वर्चुअल
जम्मू जन संवाद रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ दिन
इंतजार करिए, पीओजेके के लोग मांग करेंगे कि वे भारत के साथ रहना चाहते
हैं। वे कहेंगे कि पाकिस्तान के शासन में नहीं रहना और जिस दिन ऐसा होगा,
हमारी संसद का भी संकल्प पूरा हो जायेगा।
गत 14 जून को
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की वर्चुअल जम्मू जन संवाद
रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कश्मीर में पहले आजादी की
मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन होते थे, पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे दिखाई
देते थे। लेकिन अब पूरे जम्मू-कश्मीर में सिर्फ भारतीय तिरंगा नजर आता है।
उन्होंने आगे कहा कि “मैं सरपंच अजय पंडिता को श्रद्धांजलि अर्पित करता
हूं, जो कि एक कायराना आतंकी हमले में मारे गये। मैं बारामूला के मोहम्मद
मकबूल शेरवानी को भी श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने 1947 में कश्मीर घाटी
में तिरंगा फहराया था।” पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर को लेकर रक्षा
मंत्री ने कहा कि कुछ दिन इंतजार करिये।
पीओजेके के लोग मांग करेंगे कि वे
भारत के साथ रहना चाहते हैं। वे कहेंगे कि पाकिस्तान के शासन में नहीं रहना
और जिस दिन ऐसा होगा, हमारी संसद का भी संकल्प पूरा हो जायेगा। भारत-चीन
सीमा विवाद पर उन्होंने कहा कि चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर
बातचीत चल रही है।
चीन ने भी बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाने की इच्छा
जताई। मैं विपक्ष को सूचित करना चाहता हूं कि हमारी सरकार किसी को भी
अंधेरे में नहीं रखेगी। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम किसी भी स्थिति
में राष्ट्रीय गौरव के साथ समझौता नहीं करेंगे।