किंतु आज त्राल के स्कूल में लहराते तिरंगे ने बताया की बुरहान और उसके पिता की लीक और सीख अलग-अलग थीं।
आज भारत स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। देश में राष्ट्रध्वज फहरा रहे हैं। हर्ष-उल्लास के साथ राष्ट्रगान गाया जा रहा है। देश स्वतंत्रता के उत्सव में डूबा है। इसी बीच आज कश्मीर से भी अच्छी खबर आई है।
रविवार सुबह कश्मीर के त्राल जिले के गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में बुरहान वानी के पिता मुज़फ्फर वानी ने राष्ट्र ध्वज फहराया। ध्वजारोहण के बाद स्कूल के शिक्षक और सभी छात्राओं ने राष्ट्रगान भी गाया।
बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी एक शिक्षक हैं और उन्होंने त्राल में गवर्मेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। पूरा देश 'आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और केन्द्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने शिक्षा सहित सभी विभागों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि स्वतंत्रता दिवस पर सभी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाए।
बुरहान वानी हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकवादी था जिसे सुरक्षाबलों ने वर्ष 2016 में एक मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था। जिसके बाद घाटी में काफी तनाव देखने को मिला था। इस तनाव के दौरान हुई हिंसा में भी घाटी में लगभग 100 लोग मारे गए थे।
मीडिया के कुछ वर्गों ने मुड़भेड़ में बुरहान की मौत के बाद उसे 'एक प्यारा नौजवान, जिसके पिता शिक्षक हैं' -का तड़का लगाकर भावनात्मक खबरें चलाई थीं और आतंकी के वीभत्स रूप को 'शिक्षक' की आड़ में ढकने का काम किया था।
किंतु आज त्राल के स्कूल में लहराते तिरंगे ने बताया की बुरहान और उसके पिता की लीक और सीख अलग-अलग थीं।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि " अनुच्छेद 370 और 35A हट जाने पर घाटी में कोई तिरंगा उठाने वाला नहीं रहेगा।"
इस बयान के बाद काफी विवाद हुआ था। लेकिन आज त्राल के सरकारी स्कूल से आई यह तस्वीर महबूबा मुफ्ती के उस बयान का खोखलापन और आतंकी और शिक्षक को जोड़ने वाली शरारत के पीछे का सच उजागर करती है।
– अम्बुज भारद्वाज
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