पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पड़ोसी देश नेपाल के सीमावर्ती इलाकों के कैंसर मरीजों को बड़ी राहत मिली है. गोरखपुर के हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान में राज्य सरकार के अनुदान से लगाई गई. नई रेडिएशन मशीन से अब बेहतर इलाज होगा. इस मशीन का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया.
नई रेडिएशन मशीन का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल का निरीक्षण भी किया. वह आईसीयू, डे केयर वार्ड, स्पेशल वार्ड, ओटी कॉम्प्लेक्स में गए और वहां इलाज की व्यवस्था और मशीनों के बारे में जानकारी ली.
कैंसर हॉस्पिटल में लगाई गई इस रेडिएशन मशीन की लागत 18 करोड़ रुपये है जिसमें 8.5 करोड़ रुपये का अनुदान योगी सरकार ने दिया है. हॉस्पिटल के रेडियोथेरेपी विभाग में नई रेडिएशन मशीन को स्थापित किया गया है. यह टारगेट ओरिएंटेड मशीन है. यह उन्हीं कोशिकाओं पर असर डालती है जो कैंसर से प्रभावित हैं. इससे मरीजों को रेडिएशन से होने वाले साइड-इफेक्ट में काफी कमी आएगी. इस मशीन की खासियत यह है कि इससे रेडिएशन के दौरान सामान्य कोशिकाओं पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश व प्रदेश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आया है. प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना में नागरिकों को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक निःशुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है. यूपी में आयुष्मान योजना से जो लोग वंचित रह गए हैं. उनके लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की गई है. इसके अंतर्गत पांच लाख रुपये स्वास्थ्य बीमा की व्यवस्था की गई है. इसके लिए कैम्प लगाकर लोगों के कार्ड बनाए जा रहे हैं. आज से चार वर्ष पूर्व ऐसी सुविधा नहीं थी. 40 लाख अंत्योदय कार्डधारकों को सीएम जन आरोग्य योजना में कवर किया जा रहा है. मजदूरों को भी पांच लाख रुपये स्वास्थ्य बीमा देने की शुरुआत की गई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं वाला गोरखपुर एम्स बनकर तैयार है. अक्टूबर में प्रधानमंत्री के हाथों इसका उद्घाटन कराया जाएगा. आजादी मिलने के बाद से 2016 तक यूपी में महज 12 मेडिकल कॉलेज थे. वर्ष 2017 के बाद से अब तक 33 नए मेडिकल कॉलेज हमारी सरकार ने बनाए हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया व सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज बन गया है. बस्ती का मेडिकल कॉलेज गत वर्ष से शुरू हो गया है. पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश में एकमात्र बीआरडी मेडिकल कॉलेज था. उसके भवन जर्जर थे, पर्याप्त चिकित्सक नहीं थे. वर्ष 2005 में तो इसे प्राइवेट सेक्टर में बेचे जाने की चर्चा थी. आज बीआरडी मेडिकल कॉलेज पूरी क्षमता से लोगों की सेवा कर रहा है. वहां नया सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक बनकर तैयार है.
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