देश भर में मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करने वाली कांग्रेस अब उत्तराखंड में हिन्दू भगवानों के नाम जपने लगी है। राज्य में कांग्रेस ने भाजपा के जय श्रीराम के मुक़ाबले जय श्री गणेश का जय घोष दिया है।
देश भर में मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करने वाली कांग्रेस अब उत्तराखंड में हिन्दू भगवानों के नाम जपने लगी है। राज्य में कांग्रेस ने भाजपा के जय श्रीराम के मुक़ाबले जय श्री गणेश का जय घोष दिया है।
प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नाम से गणेश को जोड़ते हुए नारा दिया गया है। कांग्रेस नेता हरीश रावत अपने कार्यकर्ताओं से कहते हैं कि भाजपा यदि जय श्रीराम का जय घोष करती है तो उसका जवाब जय श्री गणेश से दिया जाए। उनकी योजना है कि आगामी गणेश उत्सव के जरिये कांग्रेस को प्रचार में लाया जाए। आमजन गणेश महोत्सव धूमधाम से मनाता है। इसी क्रम में वह प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को अपनी पार्टी के नेतृत्व के रूप में प्रचारित करेंगे।
पिछले विधान सभा चुनाव में दो स्थानों पर मुख्यमंत्री रहते हुए विधानसभा चुनाव हारने वाले हरीश रावत इस बार चुनाव मोर्चे पर डटे हुए हैं। कांग्रेस हाई कमान ने फिर से ऐसे नेता को उत्तराखंड चुनाव संचालन समिति की बागडोर सौंप दी है, जिसके रहते कांग्रेस का विभाजन हुआ। भ्रष्ट्राचार चरम सीमा पर पहुंचा। अराजकता, उद्योगों से वसूली के धंधे ने कांग्रेस के खिलाफ उत्तराखंड में माहौल बनाया।
दरअसल, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का नाम गणेश गोदियाल है और वह हरीश रावत के शिष्य माने जाते हैं। कांग्रेस, उत्तराखंड में चार—पांच धड़ों में बंटी हुई है। नेता प्रतिपक्ष बनाये गए प्रीतम सिंह का अपना गुट है। इसके अलावा चार—चार कार्यकारी अध्यक्ष बने हैं। उनके और पूर्व सांसदों के अलग—अलग गुट हैं। ऐसे में हरीश रावत अपने को सबसे बड़ा नेता साबित करने के लिए अपनी सोशल मीडिया टीम के जरिये रोजाना कुछ न कुछ जुमले छोड़ते रहते हैं। श्री गणेश के जय घोष के पीछे उनकी मंशा हिंदूवादी न होकर व्यक्तिवादी दिखती है।
वैसे कांग्रेस के उत्तराखंड में हालत इतने खराब हैं कि जहां भी कांग्रेस की बैठके होती हैं, पार्टी के भीतर अंदरूनी असंतोष सुर्खियां बटोर लेता है। विधान सभा सीटों के दावेदार एक दूसरे पर गाली—गलौच करते दिखाई देते हैं।
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