चीन में कोरोना वायरस ने दुबारा दस्तक दी है, वुहान शहर को सील कर दिया गया है, वहां न कोई बाहर से जा सकता है, न वहां से कोई बाहर जा सकता है
कोरोना वायरस से दुनिया को त्रस्त करने वाला विस्तारवादी कम्युनिस्ट चीन शायद फिर से अपने ही जाल में फंसता नजर आ रहा है। जिस वुहान लैब को कोरोना वायरस की पैदाइश का स्थान माना जा रहा है आज वहां हालत तेजी से बिगड़ती दिखाई दे रही है। खबर है कि पूरा शहर सील कर दिया है। इसके अलावा चीन के एक नये शहर में भी संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। इस हार्बिन शहर को कोरोना का नया केंद्र माना जा रहा है। इस शहर को भी जिनपिंग की सरकार ने सील करके हालात के गंभीर होने की तरफ संकेत किया है।
वुहान और हुवेई प्रांतों के साथ ही अन्य कई प्रांत इस महामारी की जद में आते दिख रहे हैं। समाचारों की मानें तो करीब 18 प्रांत इस समय कोरोना की चपेट में माने जा रहे हैं। कम्युनिस्ट सरकार वुहान और हुवेई में लॉकडाउन कर ही चुकी है। अन्य प्रांतों में भी प्रशासन की ओर से कड़े कदम उठाने के संकेत हैं। उधर नये शहर हार्बिन में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि देखने में आ रही है। कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, यही वजह है कि हार्बिन को भी सील किया गया है। चीन के नए उत्तर पूर्वी शहर हार्बिन के अस्पतालों में मरीजों में अफरातफरी मची है।
इस वक्त दुनिया के कई अन्य देश इस जानलेवा महामारी की दूसरी, तीसरी और चौथी लहर से त्रस्त हैं। वायरस के नए नए स्वरूपों में उभरते जाने से कई देशों में वैक्सीन की तीसरी बूस्टर खुराक दिए जाने के समाचार हैं। चीन का यह हार्बिन शहर रूस की सीमा से लगता है। बताते हैं इस वजह से भी अधिकारियों ने एहतिया बरतते हुए इलाके में हर तरह की गतिविधि पर पूरी तरह रोक लगा दी है। सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए कई लापरवाह अधिकारियों को सजा भी दी है। इस प्रांत में विदेश से आए लोग ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं। इसलिए शहर में बाहर से आने वाले लोगों और गाड़ियों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है। स्थानीय जनता को दुबारा क्वारंटीन में रखने का निर्णय भी हालात के खतरनाक होने की तरफ इशारा करता है।
बताते हैं, चीन में कोरोना संक्रमण के कारण अभी तक 4,632 लोग मारे जा चुके हैं। संक्रमित मरीज हैं 82, 798. चीन में कोरोना की शुरुआत साल 2019 के दिसंबर माह में हुई थी।
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