हरियाणा के मेवात में विश्व हिंदू परिषद द्वारा चलाए जा रहे आभियान का असर दिखने लगा है। जिन हिंदुओं को पैसे और नौकरी का झांसा देकर मुसलमान बना दिया गया था, अब एक-एक कर खुलकर सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नूंह में सामने आया है।
अबु बकर सलम्बा का रहने वाला है और अबु बकर ग्लोबल पीस सेंटर नाम से एक संस्था चलाता है। वह गरीब, निराश्रित लोगों और बच्चों को बहला-फुसला कर लाता है, फिर उन्हें नौकरी, पैसा, ज़मीन और शादी का लालच देकर उनका कन्वर्जन करता है। देवेंद्र का आरोप है कि अबु बकर ने उसे कन्वर्ट कर उसका नाम मोहम्मद जैद रख दिया। कन्वर्जन के एवज में अबु ने जमात के लोगों से उसे 7-8 हजार रुपये भी दिलवाए। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी उसे नौकरी नहीं दिलाई।
देवेंद्र का आरोप है कि उसका ब्रेनवाश किया गया। अबु ने हिन्दू धर्म, हिन्दू देवी-देवताओं और मूर्ति पूजा को लेकर भी अपमानजनक शब्द कहे। कन्वर्जन करने के बाद उसने देवेंद्र को जमात में भेज दिया और उसके तीनों बच्चों को जबरन अपने पास रख लिया। इसके बाद वह नाबालिग बच्चों पर भी इस्लाम कबूलने करने के लिए दबाव बनाने लगा।
देवेंद्र का कहना है कि फरवरी 2020 में वह किसी तरह अपने परिवार के साथ अबु बकर के चंगुल से निकल भागा। इसके बाद से उसे जान से मारने की धमकी जाने लगी। लिहाजा उसने पुलिस से अबु बकर और उसके साथियों के खिलाफ शिकायत कर दी। एसपी को दी शिकायत में उसने कहा कि अबु बकर और उसके साथियों से उसे जान का खतरा है। उसकी शिकायत पर सभी के खिलाफ नूंह सिटी थाने में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बीते रविवार को अबु बकर को फरीदाबाद के धौज थानान्तर्गत नदियापुर गांव से गिरफ्तार कर 22 अगस्त को अदालत में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। इस दौरान उससे पूछताछ की जाएगी कि हिन्दू युवकों का कन्वर्जन करने के लिए उसे पैसे कौन देता है और उसके मददगार कौन-कौन हैं।
बता दें कि अबु बकर ने कई हिन्दू युवकों का कन्वर्जन कराया है। इनमें नूंह के बरोटा गांव के मनोज का मनोज भी शामिल है। उसने अबु बकर और दो मौलानाओं सहित चार लोगों पर कन्वर्जन का आरोप लगाते हुए रोजका मेव थाने में मामला दर्ज कराया था। उसका आरोप है कि आरोपियों ने जमीन-जायदाद, रुपये और शादी का लालच देकर उसका कन्वर्जन कराया। अबु बकर के साथी और दोनों मामलों के अन्य आरोपी फरार हैं।
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