उत्तर प्रदेश के नौ जनपदों को बहुत जल्द मेडिकल कॉलेज की सुविधा मिलने जा रही है. राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) की टीम ने बीते दिनों सभी 9 मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण कर लिया है. एनएमसी की ओर से संस्थान को स्वीकृति मिलने के बाद जल्द ही यह मेडिकल कॉलेज लोकार्पित होंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर में नव स्थापित सभी मेडिकल कॉलेजों की स्थिति की समीक्षा कर चुके हैं. उन्होंने कहा है कि इन कॉलेजों की प्रयोगशाला, पुस्तकालय, शिक्षक, सहायक कार्मिक, उपकरण आदि के संबंध में शेष कार्यों को तेजी के साथ पूरा किया जाए.
उल्लेखनीय है कि गत साढ़े चार सालों में आठ सौ सीटें एमबीबीएस की बढ़ी हैं और अक्टूबर से नौ सौ सीट और बढ़ने वाली है. इसी तरह पोस्ट ग्रेजुएशन की सीट 2016 में 741 थी और अब बढ़कर 1027 हो गई है. इनमे भी अगले सत्र से बढ़ोतरी होनी है. इसके अलावा नए बने नौ मेडिकल कॉलेजों में करीब तीन हजार बेडों की भी बढ़ोतरी हुई है.
नए बने नौ मेडिकल कॉलेजों में 70 प्रतिशत से अधिक फैकल्टी का चयन किया जा चुका है. 459 फैकल्टी के पदों के सापेक्ष 258 और सीनियर रेजिडेंट के 216 पदों के सापेक्ष 164 की भर्ती हो चुकी है।. ज्वांइनिंग की प्रक्रिया चल रही है. इसी तरह 402 जूनियर रेजिडेंट रखे जा रहे हैं. हर मेडिकल कॉलेज में 460 पैरा मेडिकल स्टाफ और 225 नर्स नियुक्त की जा रही हैं. इस प्रकार 6,165 युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर लखनऊ में बनने वाले 'अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय' की स्थापना के लिए सुल्तानपुर रोड पर स्थित चक गंजरिया सिटी परियोजना में राज्य सरकार द्वारा 50 एकड़ भूमि आवंटित की गई है. इसका भवन करीब 200 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा.पहले चरण में प्रशासनिक भवन, ऑडिटोरियम, संग्रहालय, अतिथि गृह, आवास व अन्य निर्माण किए जाएंगे. चिकित्सा विश्वविद्यालय के अंतर्गत प्रदेश के करीब साठ सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज, करीब 300 नर्सिंग कॉलेज और पैरामेडिकल प्रशिक्षण संस्थान आएंगे.
वर्ष 2022 में मिलेंगे 14 और जिलों को मेडिकल कॉलेज
प्रदेश के अमेठी, औरैया, बिजनौर, बुलंदशहर, चंदौली, गोंडा, कानपुर देहात, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, पीलीभीत, सोनभद्र और सुल्तानपुर जिले में वर्ष 2022 तक मेडिकल कॉलेजों की सुविधा मिलेगी. इनका निर्माण कार्य चल रहा है. इसके अलावा 16 शेष जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी कर ली गई है.
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