संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि जम्मू—कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। यदि किसी के दर्जे में किसी परिवर्तन की जरूरत है तो वह पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू—कश्मीर (पीओजेके) को खाली करने से जुड़ी है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि जम्मू—कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। यदि किसी के दर्जे में किसी परिवर्तन की जरूरत है तो वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओजेके) को खाली करने से जुड़ी है। दरअसल, वर्ष 2021-22 के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य भारत ने पारी के आधार पर अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र के इस शक्तिशाली अंग की अध्यक्षता संभाली है। इस दौरान पत्रकारों से उन्होंने कहा कि भारत समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद का मुकाबला करने शांति स्थापना के प्रमुख विषयों पर कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जम्मू— कश्मीर भारत का अभिन्न एवं अविभाज्य अंग है। मैं समझता हूं कि इसे स्वीकार कर लेना ही जरूरी है। और जम्मू—कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश से जुड़े मुद्दे भारत के अंदरूनी विषय हैं।
परिषद, जब भी उसके सामने यह विषय उठाया गया तब, करीब उसके सभी सदस्य इसपर सहमत रहे कि यह मुद्दा परिषद के लिए चर्चा का विषय नहीं है। अफगानिस्तान की नीति पर बात करते हुए तिरुमूर्ति ने कहा कि वहां शांति और स्थिरता लाना भारत की पहली प्राथमिकता है। हम इस महीने अफगानिस्तान का जायजा लेंगे। यहां सुरक्षा परिषद की सक्रियता को कम नहीं होने देंगे। अध्यक्ष पद रहकर हम उन सभी सदस्यों की पहल का समर्थन करेंगे, जो अफगानिस्तान में शांति लाने का प्रयास कर रहे हैं या वहां स्थिरता ला सकते हैं। भारत ने हमेशा ही आतंकवाद पर दुनिया का ध्यान केंद्रित किया है और कोशिश रही है कि आतंकवाद की फंडिग रोकने को प्रभावी कार्रवाई की जाए।
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