प्रदेश सरकार ने छुट्टा गोवंश के रखरखाव के लिए अनुपूरक बजट में अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था की है. योगी सरकार ने निराश्रित और बेसहारा गोवंश की सुरक्षा के उद्देश्य से ठोस योजनाएं बनाकर उनके संरक्षण के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं.
सुनील राय
मुख्यमंत्री निराश्रित एवं बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत इच्छुक कृषकों, पशुपालकों और अति कुपोषित परिवारों को एक-एक गाय व 900 रुपये प्रतिमाह दिये जाने की योजना संचालित की जा रही है. अब तक 43,168 लोगों को 83,203 गोवंश उपलब्ध कराए गए हैं. प्रदेश में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को मिलाकर कुल 5278 अस्थाई व स्थाई गोवंश आश्रय स्थल स्थापित किये गए हैं. इनमें 5,86,793 गोवंश संरक्षित हैं. प्रदेश में मुख्यमंत्री गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत कुपोषित बच्चों के परिवारों को गाय दी गई है.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 68 जनपदों में वृहद गो संरक्षण केंद्र बनाये गए हैं. बुंदेलखंड के 7 जनपदों में निराश्रित गोवंश के लिए 36 आश्रय स्थल का निर्माण किया गया है. इन आश्रय स्थलों के निर्माण में 10 करोड़ रूपये का खर्च आया है. वर्ष 2017-18 में मंडी परिषद से होने वाली आय पर एक प्रतिशत का सेस लगाया गया था . सेस लगाने के बाद 39 गोशालाओं को 7 करोड़ 80 लाख रूपये,गायों के संरक्षण के लिए दिए गये. वर्ष 2018 -19 में अन्य 15 गोशालाओं को एक करोड़ रूपये से अधिक योगदान दिया गया.
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