आज दो साल हो गए पूरी दुनिया को कोरोना की भीषण तबाही झेलते हुए। इस महामारी की उत्पत्ति कैसे हुई, कहां से हुई इसे लेकर आज भी धुंधलका बना हुआ है। दुनिया भर के कई विशेषज्ञ इसमें चीन की भूमिका और उसकी वुहान लैब पर उंगली उठा चुके हैं, लेकिन चीन यह मानने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है कि उसने यह महामारी उपजाई है। कई शोधों के निष्कर्ष साफ दिखा रहे हैं कि वुहान की लैब में ही चमगादड़ों के जरिए यह बीमारी उपजाई गई है। दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों, जिसमें चीन के भी कुछ वैज्ञानिक शामिल हैं, ने कोरोना वायरस को चीन की लैब में तैयार हुआ बताया है। लेकिन चीन ऐसे किसी भी शोध या प्रयोग को नहीं मानता। अब दुनियाभर के दबाव के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर से यह पता लगाने के लिए एक समूह बनाया है। यह दल वुहान जाकर नए सिरे से जांच करेगा।
कोरोना वायरस कहां से और कैसे फैला, इस सवाल ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को एक बार फिर से यह पता लगाने को बाध्य किया है कि कोविड वायरस की उत्पत्ति कहां हुई है। डब्ल्यूएचओ ने अब 26 विशेषज्ञों का एक नया सलाहकार समूह बनाकर उसे फिर से चीन भेजने और कोरोना की उत्पत्ति की पूरी जांच करके अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों, जिसमें चीन के भी कुछ वैज्ञानिक शामिल हैं, ने कोरोना वायरस को चीन की लैब में तैयार हुआ बताया है। लेकिन चीन ऐसे किसी भी शोध या प्रयोग को नहीं मानता। अब दुनियाभर के दबाव के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर से यह पता लगाने के लिए एक समूह बनाया है।
उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का एक दल मार्च 2021 में चीन के वुहान शहर गया था। वहां अपनी चार हफ्तों की जांच के बावजूद वह किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाया था। तब कहा गया था कि चीन ने उसे पूरा सहयोग नहीं दिया था और महत्वपूर्ण डाटा दबा दिया था। तब विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम ने रिपोर्ट जारी करके कहा था कि यह संभव है कि कोरोना वायरस चमगादड़ से किसी दूसरे जानवर में गया हो और वहां से इंसानों में पहुंचा हो। लेकिन अभी और जांच करने की जरूरत है। टीम ने कहा था कि उसे महामारी के शुरुआती दिनों के डाटा नहीं मिले थे इससे जांच में दिक्कत आई थी। उस टीम ने वुहान लैब की पूरी जांच करने की सलाह दी थी। इसीलिए इस बार डब्ल्यूएचओ ने चीन से कहा है कि वह एकदम शुरू से इससे जुड़े आंकड़े उपलब्ध कराए। संगठन ने यह भी कहा है कि संभव है कोरोना वायरस की उत्पत्ति की यह जांच आखिरी हो।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस नए विशेषज्ञ दल में दुनियाभर से मिले 700 आवेदनों में से 26 विशेषज्ञ लिए गए हैं जो दुनिया में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। ये विशेषज्ञ पशु स्वास्थ्य, क्लिनिकल मेडिसिन, वायरोलॉजी और जीनोमिक्स के दिग्गज लोग हैं। अब देखना है कि ये नया जांच दल कब चीन जा पाएगा, कब वुहान लैब में दाखिल हो पाएगा, उसे चीन के लोग कितना सहयोग देंगे और वह अपनी रपट में क्या निष्कर्ष सामने रखेगा।
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